13 Jan. Vadodara: आज 49वां दिन है जब कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन जारी है। आज आंदोलनकारी ने लोहड़ी के मौके पर कृषि कानूनों की कॉपी जला रहे हैं। इस बीच भाजपा सांसद हेमा मालिनी सामने आयीं। उन्होंने कहा है कि, ‘जो प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें तो खुद पता नहीं कि वे क्या चाहते हैं और कृषि कानूनों में दिक्कत क्या है? इससे पता चलता है कि वे किसी के कहने पर प्रदर्शन कर रहे हैं।’
हेमा मालिनी ने साथ ही ये भी कहा कि, ‘कृषि कानूनों के अमल पर रोक लगना अच्छी बात है, इससे मामला शांत होने की उम्मीद है। किसान कई दौर की चर्चा के बाद भी मानने को तैयार नहीं हैं।’
कमेटी 10 दिन में शुरू करेगी अपना काम
चीफ जस्टिस एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली बेंच ने कमेटी को 10 दिन में काम शुरू करने के आदेश दिए हैं। जिसमें भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह मान, अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान के डायरेक्टर डॉ. प्रमोद कुमार जोशी, कृषि अर्थशास्त्री अशोक गुलाटी और महाराष्ट्र के शेतकारी संगठन के अध्यक्ष अनिल घनवट हैं।
कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग पर भ्रम फैलाया जा रहा : सरकार
इससे पहले सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि, ‘कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं कि नए कानूनों से किसानों की जमीन छीन ली जाएगी। लेकिन, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में कॉन्ट्रैक्ट सिर्फ फसल का होगा, जमीन का नहीं। इस बात पर कोर्ट ने कहा, ‘सरकार और किसान, दोनों ही अपने पक्ष अब कमेटी के सामने रखें।’
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