12 Jan. Vadodara: मंगलवार को हुई सेना की सालाना पत्रकार परिषद् में सेना प्रमुख जनरल एम.एम नरवणे बोले कि, “पाकिस्तान और चीन की जुगलबंदी हमारे लिए बड़ा खतरा पैदा करती है। इसे अनदेखा नहीं कीया जा सकता। उत्तर की सीमाओं पर हम पूरी तरह चौकस हैं और किसी भी चुनौती का सामना करने को तैयार हैं। पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, लेकिन उसको साफ-साफ कहा है कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पलटवार का हमारा अधिकार सुरक्षित है। इसकी जगह और समय हम तय करेंगे। हमारा वार अचूक होगा।
नरवणे ने कहा, ‘LAC पर चीन की तरफ से जो मोबिलाइजेशन हुआ था वह नया नहीं था, वे हर साल ट्रेनिंग के लिए आते हैं। हमारी नजर भी थी, लेकिन वे ऐसा करेंगे इसका कयास नहीं लगाया जा सकता था। उन्हें फर्स्ट मूवर एडवांटेज मिला।’
चीन के सैनिक सीमा से पीछे हुए या नहीं? तो इस सवाल पर नरवणे ने कहा, ‘लद्दाख में गतिरोध वाले पॉइंट पर ना चीन के सैनिक कम हुए हैं ना ही हमारे। LAC पर हालात में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हम बातचीत कर हल चाहते हैं। साझा राष्ट्रीय हित प्रभावित न हों तो सहमति हो सकती है। अगर गतिरोध लंबा चलता है तो चलता रहे, हम इसके लिए भी तैयार हैं।’
सेना प्रमुख आगे बोले, ‘सरकार का स्पष्ट आदेश है कि हम मोर्चे पर डटे रहें, चाहे सर्दी हो या गर्मी। हमने सैनिकों के लिए सर्दी से बचाव और जरूरत के बेहतर उपकरण मुहैया कराए हैं। हमारे जवानों का मनोबल काफी ऊंचा है। चिंता की कोई बात नहीं है।’
जनरल एम.एम नरवणे ने कहा कि भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए सेना में बदलाव किए जा रहे हैं। एडवांस्ड टेक्निक पर ध्यान दिया जा रहा है। इसका रोड मैप भी तैयार किया जा रहा है।
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